स्वपन झरे फूल से मीत चुभे शूल से गिर गए सिंगार सारे बाग के बबूल से और हम खड़े-खड़े सिंगार देखते रहे! कारवां गुज़र गया गुबार दे...
स्वपन झरे फूल से
मीत चुभे शूल से
गिर गए सिंगार सारे
बाग के बबूल से
और हम खड़े-खड़े
सिंगार देखते रहे!
कारवां गुज़र गया
गुबार देखते रहे।
महादेव के महाभक्त बैजू बाबा ने इस मोह माया की नगरी को अलविदा कह दिया और अपने भक्तगणों को उदास निराश पीछे छोड़ गए।
आपको बता दें कि कल अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई, जिसके बाद वहां के स्थानीय लोगों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन बैजू बाबा शायद अब इस दुनिया को अलविदा कहना चाहते थे, इसलिए वो चले।
नैनीजोर गांव का एक धाम जो बैजू बाबा का धाम के नाम से जाना जाता था, उसे बाबा सूना कर के चले गए। उनके सभी भक्तों की आँखें नम हैं और किसी को यकीन नहीं हो रहा कि बैजू बाबा इस दुनिया में अब नहीं रहे।
बैजू बाबा के चमत्कार की कई कहानियां प्रसिद्ध हैं। कहते हैं कि बाबा ने के कारण ही कई लोगों की मनोकामना पूर्ण हुई है। महादेव के महाभक्त बाबा वहां के लोगों के सहारा थे। लोगों को ऐसा लगता था कि हर घड़ी, हर क्षण में बैजू बाबा उनके साथ रहते हैं।
लेकिन बैजू बाबा अब इस दुनिया में नहीं रहे। अपने भक्तों को सहारा देने वाले महादेव के महाभक्त अपने भक्तों को अकेला छोड़ गए।
लेकिन लोगों की नम आंखें बता रही हैं कि बैजू बाबा दुनिया को छोड़ कर ज़रूर गए हैं, लेकिन हमारे आस पास ही हैं। वो हमारे हृदय और हमारे विश्वास में हमेशा ज़िन्दा रहेंगे।
5minutesnews बैजू बाबा को सच्चे हृदय से नमन करता है और कहता है- फिर से आना बाबा लौटकर अपने भक्तों से मिलने, क्योंकि आपके भक्त रोज आपकी राह देखेंगे।
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