सोमवार को कई घण्टों तक चली एक लम्बी बहस के बाद आखिरकार देर रात नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा (Lok Sabha) से पास...
सोमवार को कई घण्टों तक चली एक लम्बी बहस के बाद आखिरकार देर रात नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा (Lok Sabha) से पास हो गया.
इस बिल को लेकर हुए मतदान में, 311 बिल के पक्ष में, जबकि विरोध में 80 वोट पड़े.
इस साल महारष्ट्र में बीजेपी से गठबंधन तोड़कर सरकार बनाने वाली शिवसेना ने बिल के पक्ष में मतदान किया।
सदन में सोमवार को पूरे दिन बिल को लेकर लम्बी बहस चली। सदन में अमित शाह (Amit Shah) ने सभी सदस्यों का ज़वाब देते हुए कहा था- इस बिल के माध्यम से उन शरणार्थियों को नागरिकता देने का काम होगा.
आर्टिकल- 14 (Article- 14) पर खड़े हुए सवाल को लेकर अमित शाह ने कहा- यह बिल कहीं से भी आर्टिकल-14 के नियमों का उल्लंघन नहीं करता।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस देश का विभाजन धर्म के आधार पर नहीं होता तो मुझे यह बिल लाने की ज़रूरत ना होती। लेकिन ऐसा हुआ इसलिए मुझे यह बिल लाना आवश्यक लगा।
आपको बता दें कि इस बिल के पास होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाईयां दी। कांग्रेस ने जहां
नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) का विरोध किया तो शिवसेना ने इस बिल का समर्थन किया।
कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने तो नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) को लेकर यहाँ तक कह दिया कि बीजेपी की सोच जिन्ना से मिलती है।
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