चंद्रग्रहण 2020: चंद्रग्रहण एक अपवाद- राजेश चतुर्वेदी


चंद्रग्रहण 2020: चंद्रग्रहण एक अपवाद- राजेश चतुर्वेदी

चंद्रग्रहण 2020: चंद्रग्रहण एक अपवाद- राजेश चतुर्वेदी

हर तरफ शोरगुल मचा हुआ है कि 10 जनवरी को बड़ा चंद्रग्रहण लगने जा रहा है, जो 11 को ख़त्म होगा। लेकिन आचार्य राजेश चतुर्वेदी जी का मानना है कि 10-11 जनवरी पौषी पूर्णिमा को चंद्रग्रहण नहीं हैं।

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इस दिन चंद्र मालिन्य होगा, जो ग्रहण की श्रेणी में नहीं आता। जब ग्रहण ही नहीं तो वेद, काल अथवा सूतक नहीं माना जायेगा। 

चंद्रग्रहण के होने से पहले चंद्रमा पृथ्वी की उपछाया में प्रवेश करता है, जिसे चंद्र मालिन्य कहते हैं। अंग्रेजी में इसे penumbra कहा जाता है। इसके बाद वह पृथ्वी की वास्तविक छाया भूभा (Umbra) में प्रवेश करता है। 

जब ऐसा होता है तब वास्तविक ग्रहण होता है। लेकिन कई बार चंद्रमा उपछाया में प्रवेश करके उपछाया शंकु से बाहर निकलकरआ जाता है और भूभा में प्रवेश नहीं करता है। 

इसीलिये उपछाया के समय चंद्रमा का बिंब केवल धुंधला पड़ जाता है, काला नहीं होता। इस धुँधला पन को सामान्य रुप से भी देखा नहीं जा सकता। इसलिए चंद्र मालिन्य मात्र होने की वज़ह से इसे उपछाया चंद्रग्रहण कहते हैं,ना कि चन्द्र ग्रहण। आप सभी लोग इस अपवाद से बचें। 

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