उत्तर रामायण टीआरपी चार्ट (Ramayan TRP Chart) में सबसे ऊपर होने के कारण, स्वप्निल जोशी (Swapnil Joshi Ramayan) इस पौराणिक शो के पुनः प्र...
उत्तर रामायण टीआरपी चार्ट (Ramayan TRP Chart) में सबसे ऊपर होने के कारण, स्वप्निल जोशी (Swapnil Joshi Ramayan) इस पौराणिक शो के पुनः प्रसारण पर अपनी ख़ुशी ज़ाहिर की!
कोरोना वायरस (कोविद -19) ने पूरी दुनिया को हिला दिया है और सभी के जीवन पर इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। भारतीय मनोरंजन (Bollywood Industry) उद्योग अलग नहीं है, सरकार द्वारा घोषित, लॉकडाउन के दौरान पौराणिक धारावाहिकों ने वापसी की है, और हर किसी की बचपन की यादें ताजा हो गई हैं।
शो को फिर से चलाने के निर्णय को देश भर के दर्शकों द्वारा (Audience Reaction On Ramayan) अच्छा प्रतिसाद मिला है। कई अन्य लोगों की तरह, अभिनेता स्वप्निल जोशी (Swapnil Joshi) भी इन धारावाहिकों के पुनः प्रसारण को देख रहे हैं। वास्तव में अभिनेता स्वप्निल जोशी के दो लोकप्रिय धारावाहिक उत्तर रामायण (Uttar Ramayan) और कृष्णा (Krishna Swapnil Joshi) भी टेलीविजन (Krishna on Television) पर घर-घर में फिर से शुरू हो गए हैं।
स्वप्निल जोशी (Swapnil Joshi) ने तमाम विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए अपने कलात्मक कौशल को साबित किया है और सिनेमा की दुनिया में अपनी पहचान बनाई है। भारतीय फिल्मों में लोकप्रिय बाल कलाकार से लेकर मराठी फिल्म (Swapnil Joshi Marathi film) और टीवी इंडस्ट्री के चॉकलेटी बॉय स्वप्निल जोशी ने दर्शकों का मनोरंजन किया है। हाल ही में, 'समान्तर' नामक एक वेब-श्रृंखला में (Swapnil Joshi in Web Series) अपनी शुरुआत कर वेब सीरीज की दुनिया में कदम रखा ।
पौराणिक धारावाहिक के फिर से पुनः प्रसारण पर बोलते हुए, स्वप्निल जोशी ने कहा, "लोगों को लॉकडाउन से काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं लेकिन अब सभी को शांति रखने की आवश्यकता है। यह शांति प्राप्त करने के लिए रामायण, महाभारत और श्रीकृष्ण जैसी धारावाहिकों को देखना अच्छा पर्याय है।
तीन प्रतिष्ठित धारावाहिकों में से, अभिनेता ने दो धारावाहिकों में मुख्य भूमिका निभाई है; उन्होंने कार्यक्रम में उत्तर-रामायण में 'लव और कुश' (Lav-Kush) मे से कुश की भूमिका निभाई और श्रीकृष्णा में कृष्णा की। "दुनिया में ऐसा कोई नहीं है जो भगवान राम और कृष्ण के बारे में नहीं जानता है।"
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक धारावाहिक नहीं है, बल्कि कई लोगों के बचपन और संस्कृति का हिस्सा है। इतना ही नहीं, स्वप्निल का मानना है कि जाति या धर्म उसमें बाधा नहीं है, रामायण और महाभारत ऐसे धारावाहिक हैं, जिन्हें हर भारतीय देख रहा है और आनंद ले रहा है ।
स्वप्निल जोशी ने अंत में कहा, “यह हर किसी के लिए अपने बचपन को फिर से जीने का एक शानदार अवसर है। और इसमें मैं भी शामिल हूं। व्यक्तिगत रूप से, मैं अपने बच्चों के साथ फिर से पुनः प्रसारण का आनंद ले रहा हूं। एक खास बात का स्वप्निल ने खुलासा किया कि उनके बच्चो ने उन्हें शो में नहीं पहचाना। “उन्होंने विश्वास करने से इनकार कर दिया कि मैं स्क्रीन पर हूँ। मैं उस समय ९ या १० साल का था।"
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